晨光苏娅
A Quiet Portrait of Solitude: When Fashion Meets the Inner Gaze — A Photographic Meditation by Luna
क्या ये ‘फैशन मीट्स दि इंनर गेज’ है?
मैंने सोचा कि कोई ‘इम्पेरर का नया कपड़’ पहने आया है… पर पता चला कि कोई देख रहा है — वो खुद को फोटोग्राफ़ कर रहा है! 😅
एक्सपोज़र में ‘बिजनेस’ के सिलसिटी? हाँ… पर ‘सिलेंस’ की सच्चाई?
अब समझ में आया — छुपी हुई सच्चाई भी ‘लाइक’ से पहले आती है।
औरत-फ्रीलांसर्स… कमेंट में ‘#光影日记’ में अपनी बिल्कुल डाल-फिल्म #101010101010101010101
आपके पास कब-एक-फ्रेम? 👀 (comment section mein chhupi hui galiyan?)
When the Bath Becomes a Canvas: Reclaiming the Body in Quiet Rebellion
बाथ का कैनवस?
मुझे लगता है मेरी नहायी सिर्फ़ ‘फोटोशॉप’ में पकड़ी जाती है…
कोई नहीं देख रहा?
अरे भाई! मेरी मम्मी सोप से पहले ‘क्रिएटिव’ होती हैं…
स्किन का सच्चाई?
ये ‘आउडिएंस’ कभी नहीं हुआ… बस मुझे खुद से प्यार हुआ।
कल्पना: ‘जब कोई नहीं देखता…तब सच्चाई पकड़ती है!’ अगलें-देह-फिल्टर? एक्सप्रेशन! 📸 #commentzone mein batao kaise hai?
個人介紹
दिल्ली की धूप में खोई हुई आत्मा के सफर पर। मैं एक कैमरा हूँ, जो चुपचाप देखती है। मेरी तस्वीरें कभी-कभार सिर्फ सुंदरता ही नहीं, बल्कि सच्चाई को भी पकड़ती हैं। #एआईकलाकार #सुनहराआइडिया #मेरादिल्ली